रवीश कुमार का प्राइम टाइम : सीवर में उतरकर दम तोड़ते लोगों के लिए खुला न्याय का एक रास्ता

  • 3:55
  • प्रकाशित: सितम्बर 20, 2021
आज भी सीवर की सफाई हाथ से होती है. सफाई कर्मचारी को ज़रूरी कपड़े और उपकरण भी नहीं दिए जाते हैं. लिहाजा दम घुटने से उनके मरने की खबरें आती ही रहती हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के कारण ऐसी स्थिति में दस लाख का मुआवज़ा देना होता है लेकिन उसे हासिल करने के लिए भी अदालत ही जाना होता है.

संबंधित वीडियो