"सतगुरु नानक प्रगटिया, मिटी धुंध जग चानण होआ"...सतगुरु नानक प्रकट हुए. धुंध मिटी है और जग में चांद सा प्रकाश हुआ है. यानी रोशनी हुई है. आप सभी को गुरु पर्व की बधाईयां. इसी के साथ आज कई चीजों से धुंध छंट गई. एक देश एक चुनाव के पीछे, बिना सोचे समझे, नाचने गाने वाले लोगों ने आज देखा, कि अगर देश में समय-समय पर चुनाव ना होते तो सरकारें कब का अत्याचारी-आवारा हो चुकी होती.