भारत में महंगाई के सपोर्टर की तरह क्या बेरोजगारी के भी सपोर्टर हैं? जब भी लाखों की संख्या में नौजवान सरकारी भर्ती की परीक्षा को बीजेपी से लेकर कांग्रेस की सरकारों के खिलाफ प्रदर्शन करते हैं. उन्हें कोसने वाले आ जाते हैं, कि सरकार कितनों को नौकरी देगी? अपना बिजनेस क्यों नहीं करते?