गोपाल कांडा पहले इनेलो नेता चौटाला के करीबी माने जाते थे. जब 2009 में इनेलो से टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय जीते. उस समय इनेलो को 31 सीटें आई थीं. कांग्रेस को 40 सीटें मिली थीं. ठीक आज की तरह का रिजल्ट आया था. गोपाल कांडा हुड्डा सरकार में गृह राज्य मंत्री बने. अब वह बीजेपी की सांसद के साथ एक जहाज में समर्थन देने के लिए दिल्ली आते हुए दिखे. इनेलो, कांग्रेस और बीजेपी. यह बता रहा है कि इस तरह के नेताओं का कुछ नहीं बिगड़ता है. जब जनता पार्टी बदलती है तो ये नेता भी पार्टी बदलकर सत्ता के साथ आ जाते हैं.