Ratan Tata Death News: भारत के महान रत्न रतन टाटा अब नहीं रहे. पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित रतन टाटा वो पहले शख्स थे, जिन्हें भारत रत्न देने के लिए सोशल मीडिया पर आम लोगों ने कैंपेन चला दिया. यह इतना ज्यादा चलने लगा कि सरकार तक सोचने लगी कि क्या किया जाए? कोई आम दौलतमंद शख्स होता तो खुद भी पैरवी करता या इसे बढ़ावा देता, मगर ये तो रतन टाटा थे. इन्होंने खुद लोगों से भावुक अपील कर दी कि उनके लिए इस तरह का कैंपेन न चलाया जाए.रतन टाटा ने कहा कि वह भारतीय होने पर खुद को भाग्यशाली मानते हैं और उन्हें देश की वृद्धि और समृद्धि में योगदान देने पर खुशी होगी. रतन टाटा देश के ऐसे इकलौते उद्योगपति थे, जो अपनी संपत्ति का सबसे ज्यादा हिस्सा दान करते थे. रतन टाटा अपनी दरियादिली के लिए पूरी दुनिया में मशहूर रहे. 28 दिसंबर 1937 को मुंबई में जन्मे रतन टाटा को अगर आप सोचते होंगे कि सारे सुख, मान-सम्मान विरासत में मिल गया तो आप गलतफहमी में हैं. रतन टाटा ने इसके लिए खूब संघर्ष किया.