राष्ट्रपति के पूर्व चिकित्सक रहे डॉक्टर एम वली ने रैपिड टेस्टिंग के बारे में एनडीटीवी को बताया कि रैपिड टेस्टिंग को इस्तेमाल करने के पीछे यह तर्क दिया था कि रैपिड टेस्टिंग जल्दी और बड़ी संख्या में लोगों की टेस्टिंग कर सकती हैं. रैपिड टेस्ट किट बताती है कि कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आया है या नहीं. फिलहाल आईसीएमआर किट की वैलिडिटी की जांच करेगा.