संसद के बिल्कुल करीब कांस्टिट्यूशन क्लब में 'खौफ से आज़ादी' नाम का कार्यक्रम, लेकिन जिस खौफ की बात होनी थी वो खौफ आज वहां नजर आया. 15 अगस्त के ठीक पहले संसद के बिल्कुल करीब कांस्टिट्यूशन क्लब के बाहर उमर ख़ालिद पर गोली चलाने की कोशिश हुई. गोली का निशाना उमर खालिद था या कोई और? सुरक्षा के लिहाज़ से इस हाई अलर्ट ज़ोन में कोई पिस्टल लेकर आया ये बड़ी चूक है और फिर फरार भी हो गया. दूसरी तरफ सांसद मीनाक्षी लेखी ने इसे सनसनी फैलाने की कोशिश करार दिया है.