अशोक गहलोत द्वारा बर्खास्त किए जाने के बाद राजेंद्र गुढ़ा ने अपनी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि हमने गहलोत सरकार को बचाने में मदद की. मैंने बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और फिर कांग्रेस में विलय कर लिया. मैं कल केवल अन्याय के खिलाफ बात की थी, ये सचिन पायलट के समर्थक होने के बारे में नहीं है. मुझे सच बोलने की सज़ा मिली है.