कृषि कानूनों के रद्द होने के ऐलान के बाद किसान खुश तो हैं, लेकिन उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि आंदोलन अभी खत्म नहीं होने जा रहा है. कल संयुक्त किसान मोर्चा की कोर कमेटी की बैठक में यह तय हुआ है कि किसान पुराने कार्यक्रम तय समय पर ही करेंगे. 29 नवंबर को संसद का मार्च भी किया जाएगा और अब किसान एमएसपी पर रणनीति तैयार करने की योजना बना रहे हैं.