दिल्ली में किफायती दामों पर घर दिलाने की जिम्मेदारी दिल्ली विकास प्राधिकरण यानि डीडीए की है। लेकिन जानकार मानते हैं कि वह अब तक हर स्तर पर नाकामयाब रहा है। लगभग चार साल बाद डीडीए ने एक नई हाउसिंग योजना लॉन्च करने का फैसला किया है, लेकिन डीडीए के इतिहास पर नजर डालें तो साफ हो जाता है कि डीडीए की ये योजनाएं ऊंट के मुंह में जीरा भर बन कर रह जाती हैं।