गोदी मीडिया को मुद्दों की सप्लाई कौन करता है,इसका पता इन दिनों रेवड़ी कल्चर की बहस से चल जाता है. जिस तरह गोदी मीडिया धर्मशास्त्री बनकर धर्म के नाम पर नफरत को हवा देता रहता है, उसी तरह इन दिनों अर्थशास्त्री बनकर रेवड़ी कल्चर के नाम पर आपको भरमा रहा है. 22 में नहीं बना, 47 में बनेगा भारत महान, ट्रिलियन ट्रिलियन की रेवड़ियों से सावधान रहें.