दिल्ली में टीका न होने के कारण कई जगहों पर टीका बंद करना पड़ा. दूसरे राज्यों से भी ऐसी ही ख़बरें हैं. लोगों को दूसरा डोज़ नहीं मिल रहा है. जिन्हें पहला डोज़ दिया जा चुका है उन्हें तो कम से कम दूसरा डोज़ देने का वादा पूरा करना चाहिए था. लेकिन जब दूसरी लहर से हालात बिगड़े तो 18-44 साल के लिए टीका की मंज़ूरी दे दी गई और टीका का पता नहीं. एक तरफ टीका होने के दावे किए जा रहे हैं दूसरी तरफ ऐसे फैसले हो रहे हैं जिससे साफ हो जाता है कि टीके के लिए जितने लोगों ने पंजीकरण कराया है उन्हीं के लिए नहीं है. दूसरा टीका लगाने वाले भटक रहे हैं. आज खबर आती है कि कोविशील्ड का दूसरा डोज़ पहला टीका लेने के तीन महीने बाद तक लिया जा सकता है.