50 लाख की आबादी वाला काठमांडू भारत के ही किसी बड़े शहर की तरह बेतरतीब और विस्तार से बसा हुआ है। इसी कारण दुनिया के हर भू वैज्ञानिक और भूकंप के बाद पुनर्वास से जुड़े विशेषज्ञों ने अपने रिसर्च पेपर में भविष्यवाणी की थी कि ताकतवर भूकंप इस शहर को तबाह कर सकता है।