महंगाई राजनीतिक दलों को क्रिएटिव बना देती है। जो बीजेपी मनमोहन सरकार के खिलाफ भारत बंद किया करती थी, वह आज-कल भारत सरकार चला रही है। इसके बाद भी अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति का बाल बांका नहीं कर पा रही है। फर्क सिर्फ इतना आया है कि जो बातें मनमोहन सिंह बोला करते थे, वही बातें बीजेपी कहने लगी है।