चीजें वैसी ही चलती रहेंगी लेकिन हमारी ख़ूबी ये है कि हम एक दिन के लिए तो जागते हैं। जब जागते हैं तब दिन भर के लिए जागते हैं। उसके बाद चीज़ें फिर से वैसी ही चलने लगती हैं। भारत की राजधानी दिल्ली में 1997-98 के आंकड़े के हिसाब से 355 तालाब थे और 44 झीलें थीं।