राष्ट्रपति को लेकर रामनाथ कोविंद के नाम पर शिवसेना फ्री में समर्थन देने के मूड में नहीं है. समर्थन के बदले में शिवसेना फायदे का सौदा चाहती है. राष्ट्रपति पद को लेकर पार्टी में जारी मंथन में यह बात निकलकर आ रही है कि इसके बदले में शिवसेना को क्या मिलेगा?