विवेक ओबेराय के फिल्मी करियर के 20 साल हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि जीवन के हर दिन को जश्न की तरह ही मनाना चाहिए. पॉजिटिविटी एक बैटरी की तरह है, उसे चार्ज करते रहना पड़ता है. यह एनालिसिस करते रहना पड़ता है कि कौन सी चीजें निगेटिव हैं जो मेरे चार्ज को नीचे कर देती हैं.