केवल 13 वर्ष की उम्र में एवरेस्ट पर चढ़ने वालीं पूरना मालावथ ने अपने गांव और वहां मौजूद स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि बहुत काम करने की जरूरत है क्योंकि उनके गांव में अभी भी एक अस्पताल नहीं है, लेकिन चीजें सुधर रही हैं क्योंकि सड़कों बनाई गई हैं, जिससे परिवहन आसान हो गया है.