जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता और नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर एक बार फिर सुर्खियों में हैं. सरदार सरोवर बांध के डूब क्षेत्र में आने वाले 40 हजार से ज्यादा प्रभावतों के लिए उचित पुनर्वास की मांग को लेकर वे अनशन पर हैं. मध्य प्रदेश के धार जिले के चिखल्दा गांव में उनके अनशन को 11 दिन हो चुके हैं. सरदार सरोवर बांध नर्मदा नदी पर है और 17 जून को बांध का गेट बंद कर दिया गया. इससे बांध में पानी का स्तर बढ़ रहा है और निचले इलाकों में पानी भर रहा है. मेधा पाटकर का कहना है कि जिन इलाकों में पानी भर रहा है वहां के लोगों के पुनर्वास का सही इंतजाम सरकार ने नहीं किया है.