सरदार सरोवर के डूब प्रभावित लोगों का संघर्ष इतना लंबा हो चुका है कि अब इस पर यकीन तक नहीं होता. तीन दिन से भोपाल के नर्मदा भवन के सामने डेढ़ हजार प्रदर्शनकारी जमे हुए हैं. उनके खेत-खलिहान, दुकान-मकान सब डूब गए. मुआवज़े पर भ्रष्टाचार की छाया है. लेकिन कोई इनकी बात सुनने वाल भी नहीं.