यूपी के प्रधान सचिव अरविंद कुमार और डीजीपी ओपी सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ किया कि फिलहाल यूपी पुलिस आरोपी MLA को अभी गिरफ़्तार नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि ये मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है. इसलिए सीबीआई तमाम सबूत जुटाने के बाद तय करेगी कि विधायक को गिरफ़्तार किया जाए या नहीं. यूपी के दोनों आला अफ़सरों ने ये भी कहा कि पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने शुरुआती बयान में विधायक का नाम नहीं लिया था. बाद में उसने विधायक का नाम जोड़ा ऐसे में कोई भी कार्रवाई से पहले पूरी तसल्ली कर लेना ज़रूरी है.