मुंबई में किल्ला कोर्ट के पास पीएमसी के खाताधारक अपने पैसे को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी में शामिल थे संजय गुलाटी. 51 साल के संजय गुलाटी की पूरी जमा पूंजी इस बैंक में हैं. चार अकाउंट थे. 90 लाख जमा था. सारा पैसा एक बैंक में रखने की यह सज़ा होगी, कौन जानता है. जेट एयरवेज़ में काम करते थे, नौकरी चली गई. तो यही जमा पूंजी सहारा थी. ज़ाहिर है आपका पैसा इस तरह से किसी बैंक में फंस जाएं तो होश उड़ जाएंगे. तो संजय भी परेशान होंगे. घर आने के बाद शाम को हार्ट अटैक आया और उनकी मौत हो गई. 46 साल की पत्नी, एक बेटा है. 80 साल के पिता हैं. 75 साल की माता हैं. सब कुछ छूट गया. आज दोपहर संजय का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. यह बताने का मकसद बिल्कुल नहीं है कि आप जनता हो जाएंगे और पब्लिक की तरह सोचेंगे. वो मुझे पता है कि आप बिल्कुल पब्लिक नहीं होंगे. बस मुझे बताना होता है तो बता रहा हूं. फर्क पड़ता तो संजय गुलाटी की मौत ही न होती. घोटाला संजय ने नहीं किया. मौत संजय की हो गई.