जम्मू-कश्मीर पर पूरे देश की नजर है.अनुच्छेद 370 ख़त्म होने और राज्य के दो केंद्र शासित प्रदेशों में बदलने के बाद आज दूसरी जुमें की नमाज शान्ति से गुजर गई. इससे पहले वहां ईद और फिर 15 अगस्त भी तसल्ली से हो गई. यह राहत छोटी नहीं है, वहां इस दौरान कोई बड़ी हिंसा नहीं हुई. सरकार कहती रही है कि उसने इसीलिए सख़्ती की ताकि हिंसा न हो. उसे मालूम है कि उसने एक बहुत बड़ा फ़ैसला किया है जिस पर बहुत संभल कर चलने की जरूरत है. कल लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने जो कुछ कहा, उसे कुछ अलग शब्दों में आज जींद में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दोहराया.