दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, लेकिन बेघर लोगों का सड़कों के किनारे सोना अब भी बंद नहीं हुआ है. 27 दिसंबर को हमने बेघर लोगों की समस्या जानने की कोशिश की थी कि आखिर क्यों वो नाइट शेल्टर में नहीं सोना चाहते हैं. हमारे सहयोगी रवीश रंजन शुक्ला ने आठ दिन के बाद फिर ये जानने की कोशिश की है कि मुश्किलें क्यों कम नहीं हो रही हैं.