वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन से जुड़ा बिल आज लोकसभा में पेश हो गया.अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने जब बिल को सदन के पटल पर रखा तो तमाम विपक्षी दलों ने इसका पुरजोर विरोध किया. किसी ने इसे संविधान के खिलाफ बताया तो किसी ने मुस्लिम विरोधी.अखिलेश यादव ने इस बिल को सोची-समझी राजनीति का हिस्सा बताया...इसके बाद किरेन रिजीजू ने एक-एक करके सभी आरोपों के जवाब दिए और कहा कि ये बिल उन लोगों को हक दिलाने के लिए लाया गया है, जिन्हें कभी उनका हक नहीं मिला। रिजीजू ने विपक्षी नेताओं से कहा कि इसे धर्म नहीं बल्कि इंसाफ की नज़र से देखें.आखिर में किरेन रिजीजू ने इसे संयुक्त संसदीय समिति को भेजने का प्रस्ताव रखा.