देश के इतिहास में पहली बार चीफ़ जस्टिस के बाद सुप्रीम कोर्ट के चार सबसे वरिष्ठ जजों ने मीडिया के सामने आकर चीफ़ जस्टिस को ही कठघरे में खड़ा कर दिया. जहां केंद्र सरकार ने इसे न्यायपालिका का अंदरूनी मामला बताया है वहीं चार पूर्व जजों ने चीफ़ जस्टिस दीपक मिश्रा को एक खुला ख़त लिखा है. जिसमें बेंचों के बंटवारे में पारदर्शिता की मांग की गई है. इन जजों ने ख़त में लिखा है कि चीफ़ जस्टिस बेंचों का बंटवारा मनमाने ढंग से नहीं कर सकते.