अभी तक सरकार बताती रही है कि टैक्स देने वाले और रिटर्न फार्म भरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है.रिटर्न भरने वालों की संख्या 3.79 करोड़ से बढ़कर 6.85 करोड़ हो गई है. इसमें 3 करोड़ आयकर दाताओं को 2020-21 के से घटा दिए जाएंगे.इनसे 18,500 करोड़ का टैक्स सरकार को मिल रहा था. एक तरह से अब आयकर देने वालों की संख्या 4 करोड़ ही रह जाती है. इतनी कोशिशों के बाद भारत में 7 करोड़ आयकर दाता मिले उनमें से 3 करोड़ बाहर हो गए. यह संख्या बताती है कि भारत में भंकर आर्थिक असमानता है.120 करोड़ की आबादी में 4 करोड़ लोग ही हैं जो आयकर देते हैं. बाकी बचे हुए आयकर दाताओं को भी कुछ न कुछ मिला है.