मैगी के बाद अब बोतलबंद पानी पर महाराष्ट्र एफडीए ने नज़रें घुमाईं तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। अप्रैल 2014 से मार्च 2015 तक बग़ैर किसी क्रम के की गई जांच में बोतलबंद पानी के 95 नमूनों में से 53 फीसदी घटिया क्वॉलिटी के थे, जिसके इस्तेमाल से सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।