एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्रियों की उस विवाद में सबसे आगे नजर आए, जिन्होंने पद्मावती पर बढ़ चढ़ के बयान दिए. न सिर्फ पद्मावती को राष्ट्रमाता का दर्जा देने की मांग की बल्कि स्कूली पाठ्यक्रम में भी रानी पद्मावती की कहानी को शामिल करने का ऐलान कर दिया. लेकिन इस लिस्ट में यानी स्कूली पाठ्यक्रम में पहले से ही आदि शंकराचार्य, राजा छत्रसाल, झलकारी बाई जैसी कई महान हस्तियां हैं, जिन्हें शामिल की जानी है. लेकिन अब पद्मावती को जगह देने से पहले मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निर्माण समिति को इस पर प्रामाणिक स्त्रोत यानी रिसर्च करने की जरूरत है.