उत्तर प्रदेश के नोएडा में 35 ऐसे लोगों का टेस्ट किया गया, जिन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया लेकिन जांच में सामने आया कि असल में वह लोग कोरोना पॉजिटिव थे ही नहीं. इन 35 लोगों को तीन दिन तक कोरोना वॉर्ड में भी रहना पड़ा था. अब तक की जांच में सामने आया है कि जिन प्राइवेट लैब्स में टेस्ट किया गया था, वहां ICMR की गाइडलाइन्स की धज्जियां उड़ाई गई थीं. बता दें कि नोएडा प्रशासन द्वारा कई लैब्स के कोरोना टेस्ट करने पर रोक लगाई गई है.