राजधानी में बढ़ते प्रदूषण पर हाईकोर्ट से मिली फटकार के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक इमरजेंसी बैठक करते हैं और उसके फौरन बाद कारों के बारे में एक अहम ऐलान कर दिया जाता है। सबसे ज्यादा कन्फ्यूजन शहर में ऑड-इवन नंबरों की गाड़ियां बारी-बारी से चलाने को लेकर है, जिसके बारे में पक्की जानकारी न तो लोगों को है और न ही खुद सरकार के मंत्रियों को।