प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरक्षण पर अपनी नीतियों को लेकर सफाई देते हुए कहा कि बीजेपी आरक्षण को खरोंच तक नहीं लगने देगी। बीते दिनों सुर्खियों में रहे रोहित वेमुला मामले और उससे भी पहले बिहार चुनावों के पहले मोहन भागवत के बयान के बाद शायद से सरकार की यह मजबूरी बन गई थी। पिछले ही हफ्ते
यूपी चुनावों से जुड़ी एक बैठक में प्रधानमंत्री ने अपने सांसदों को इस बात के कड़े निर्देश जारी किए कि वे लोगों के बीच जाकर सरकार की उपलब्धियां बताएं। सवाल ये है कि सरकार अपनी बात लोगों तक क्यों नहीं पहुंचा पा रही? न्यूज़ प्वाइंट की इस कड़ी में इसी मुद्दे पर खास चर्चा...