बातचीत के लिए श्रीनगर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने वहां करीब तीन सौ लोगों से मुलाकात की लेकिन अलगाववादी नेताओं ने मिलने से इंकार कर दिया. मुख्यमंत्री महबूबा के न्योते के बावजूद नहीं आए नेताओं से मिलने छह सांसदों की एक टीम अलग से गई, फिर भी बात नहीं बनी. इसपर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि अलगाववादियों में ना तो इंसानियत है और जो लोग लोकतंत्र का रास्ता रोक रहे हैं उन्हें जम्हूरियत में भरोसा नहीं है. हालांकि टीम के सदस्यों का मानना है कि उम्मीद अब भी बाकी है.