एक ऐसे समय जब देश, समाज और लोगों की ज़िंदगियों का कोई भी पहलू सोशल मीडिया से अछूता नहीं है तो इस बात पर लगातार बहस हो रही है कि इतना असर डालने वाले सोशल मीडिया की ज़िम्मेदारी क्या होनी चाहिए. सोशल मीडिया पर परोसा गया कंटेंट हर किसी को भी प्रभावित करता है उसमें पेश की जाने वाली जानकारियां तीखी प्रतिक्रियाएं पैदा करती हैं. कई बार उनमें आने वाली जानकारियां हिंसा या दंगे तक भड़का सकती हैं. नेशनल प्रेस डे के मौके पर सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मुद्दे को छुआ.