काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर जलती चिताओं के बीच नगरवधुओं ने रात भर डांस किया. यह परंपरा करीब 300 साल से ज्यादा पुरानी हो चुकी है. ये पंरपरा तब शुरू हुई जब राजा मानसिंह ने महाकाल के मंदिर का जीर्णोद्धार भी कराया. जीर्णोद्धार के बाद नगर वधुओं ने महाश्मशान के आयोजन में शिरकत कर नृत्य किया. इसी परंपरा को आज भी निभाया जा रहा है.