विपक्ष में बात करना बेहद जरूरी है. लेकिन किस तरीके से बात करेंगे वो हम आपको बताएंगे. जो कोई भी ये मान लें कि विपक्षहीन राजनीति हो रही है. तो ऐसा हो नहीं सकता. जो जब-जब ऐसा सोचेगा तो विपक्ष अंदर से ही पैदा हो जाएगा. जैसे की यूपी में हुआ, जैसे की कर्नाटक और पंजाब में हुआ. तो विपक्ष तो है किसी ना किसी रूप से. लेकिन आज हम जिस बारे में बात कर रहे हैं वो है पूरे पिछले हफ्ते ये जो मीटिंग पे मीटिंग हुई है. जिसमें ममता बनर्जी अपनी राष्ट्रीय महत्वकांक्षाओं को उम्मीद और आशा देने के लिए दिल्ली आईं.