देश में दालों के दाम 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। मानसून अभी पूरे देश में आया भी नहीं है और अचानक टमाटर सहित कई सब्जियों के दाम आसमान छून लगे हैं, जबकि पिछले सालों के मुकाबले उत्पादन बढ़ा है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर दाम क्यों बढ़े? क्या देश में सब्जियों व दालों के दाम नियंत्रण करने की कोई नीति नहीं है? क्या इस मूल्य वृद्धि से किसानों को भी फायदा पहुंच रहा है या सिर्फ बिचौलिए ही पैसा बना रहे हैं?