जिस तरीके से नोटबंदी का फैसला अचानक लिया गया था, दो चीजे हैं एक तो हमने इंस्टिट्यूशनल इंटीग्रिटी को खोया है (वो मैं RBIके लिए बोल रहा हूं). क्योकि उस फैसले को लेकर भी कई सवाल होते रहे हैं. दूसरा यह कि जो हमारा खास तौर से जॉब के ऊपर जो हमारा इम्पैक्ट आया है. सबसे बड़ा झटका उस सेक्टर को लगा है.