कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. कहा जा रहा है कि वैक्सीन ही कोरोना से बचा सकती है. लेकिन बड़ा सवाल है कि वैक्सीन सबको कैसे दी जाए? इसकी वजह है वैक्सीन की कमी. कई राज्यों में 18 साल से ज़्यादा के लोगों को टीके के लिए इंतज़ार करना पड़ रहा है. क्या वैक्सीन के पेटेंट को लेकर नियम बदलने से हालात सुधर सकते हैं. भारत में तीन हजार फार्मा कंपनियां हैं लेकिन दो कंपनियां ही कोरोना की वैक्सीन बना रही हैं. हालांकि और लोगों को लाइसेंस दिया जा रहा है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि वैक्सीन के पेटेंट को लेकर क्या भारत अकेले कोई बड़ा फैसला ले सकता है? इस मुद्दे पर मुक़ाबला में हुई चर्चा...