कोरोना के मामलों में जैसे-जैसे गिरावट आई, वही हमने ये भी देखा कि वैक्सीनेशन की जो प्रक्रिया है, वो भी ठीक होती गई. कम जागरूकता साथ ही लोगों में इसको लेकर जिस तरह से अलग-अलग राय है, उसे बड़ी वजह मानी जा रही है. लेकिन देश के चार महानगरों की अगर बात करें तो टीका की कमी की वजह से ही वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी पड़ी है. सरकारी दावे चाहे जो कुछ कहे लेकिन हकीकत यही है कि सरकारी टीका केंद्रों पर वैक्सीन की भारी किल्लत है.