वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट से लोगों को बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन महिलाओं और मध्यम वर्ग को इससे मायूसी हाथ लगी है.महिलाओं का कहना है कि डिजिटल शिक्षा में स्कूली बच्चों या युवाओं के लिए कुछ नहीं है. रसोई गैस के दाम भी बढ़े हैं. उनका कहना है कि कच्चे माल की खरीद पर कंपनियां कोरोना सेफ्टी की आड़ में ज्यादा टैक्स लगा रही हैं, जिससे छोटे उद्यमियों को नुकसान हो रहा है. छोटे उद्यमियों को जीएसटी की वजह से कई परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं.