मेट्रोमैन ई श्रीधरन का कहना है कि मेट्रो पहले क़र्ज चुकाए और फिर किसी को रियायत देने की सोचे. अगर दिल्ली सरकार के पास ज़्यादा पैसा है तो वो नई मेट्रो लाइनों और ट्रेनों के बारे में सोचे. ये बात उन्होंने आम आदमी पार्टी की इस दलील पर कही है कि मेट्रो के घाटे की भरपाई दिल्ली सरकार करेगी.