कोरोनावायरस से लड़ने के नाम पर मुंबई शहर में बड़े बड़े कोविड केयर सेंटर खड़े हो गए. सरकार ने शाबाशी भी बटोरी लेकिन ज़्यादातर कोविड सेंटर खाली पड़े हैं और हेल्थस्टाफ़ की कमी झेल रहे हैं. तो ये सवाल उठ रहा है कि नए सेंटर क्यों खड़े किये जा रहे हैं? हज़ारों बेड वाले बड़े बड़े कोविड केयर सेंटर चंद दिनों में खड़े किये गए और अब भी बन रहे हैं! बीएमसी की लिस्ट बताती है कि बिना लक्षण वाले पॉजिटिव मरीज़ों के लिए शहर में बने कोविड केयर सेंटर सीसीसी2 में 28619 बेड्स हैं, और इनमें 4047 मरीज़ भर्ती हैं. 600 बेड की क्षमता वाले एनएससीआई वर्ली में जहां 332 मरीज़ हैं, वहीं 300 बेड वाले महालक्ष्मी रेस कोर्स, 100 बेड वाल नेहरू साइंस सेंटर जैसी कोविड फैसिलिटी को मरीज़ों का इंतज़ार है. अस्पतालों में बेड के लिए तरसते मुंबईकरों की शिकायत और इन आंकड़ों को देख, बीजेपी को सवाल उठाने का मौक़ा मिला है.