भारत देश में चिट फंड कंपनियां आम लोगों को लूट कर ग़ायब हो जाती हैं और इसके शिकार वर्षों तक मारे मारे फिरते हैं. दिल्ली और कोलकाता की लड़ाई में आपको एक पक्ष यह यकीन दिलाने का प्रयास किया जा रहा है कि ग़रीब लोगों के लूटे गए धन की वापसी और उनके अपराधियों को सज़ा दिलाने से कोई समझौता नहीं करना चाहता है तो दूसरा पक्ष यह यकीन दिलाना चाहता है कि सीबीआई का इस्तमाल हो रहा है ताकि जांच के बहाने उसकी सरकार को अस्थिर किया जा सके. इन दोनों बातों पर आने से पहले आपको मैं 2 फरवरी 2019 की कुछ तस्वीरें दिखाना चाहता हूं ताकि आपके बीच यह बात साफ हो जाए कि चिट-फंड के शिकार लोगों के लिए कौन लड़ रहा है.