कभी चंबल के बीहड़ों में आतंक का पर्याय रहे दो खूंखार डाकू अब भिंड की राजनीति में अहम भूमिका निभा रहे हैं. मलखान सिंह जहां बीजेपी के मंच से वोट मांग रहे हैं, तो वहीं मोहर सिंह की पक्के कांग्रेसी के तौर पर इलाके में पहचान है. 80 के दशक में चंबल को गोलियों से दहलाने वाले डाकू मलखान सिंह अब तालियों से भिंड की राजनीति को हिला रहे हैं. 1983 तक बीहड़ों में डकैत के तौर पर सक्रिय और दर्जनों हत्या और लूट के मामले झेल चुके मलखान सिंह आज कांग्रेसी नेताओं को कोस रहे हैं. वहीं चंबल के डाकू रहे मोहर सिंह कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे हैं.