बीते साल महाराष्ट्र के किन्नर समाज में ख़ाकी यानी पुलिस वर्दी पहनने की एक उम्मीद जगी थी. अदालत के आदेश के बाद ‘थर्ड जेंडर’ के लिए 12 ख़ाली पद रखे गए, किन्नरों ने ट्रेनिंग ली, मेहनत की, फॉर्म भरे लेकिन नतीजा ‘शून्य’ रहा. राज्य का किन्नर समाज ग़ुस्से में है, मुंबई में इकट्ठा हुए, विरोध हुआ. अब सड़क पर उतरने की चेतावनी दे रहे हैं. माँग है कर्नाटक की तरह एक प्रतिशत आरक्षण मिले.