तेज चिलचिलाती धूप, सालों से पड़ रहे सूखे की कहानी बयान करती जमीन में पड़ी हुई दरारें, बर्बाद हो रही फसल की चिंता में घुला जा रहा किसान और महज जरा से पानी के लिए लगी लोगों की लंबी कतारें। कुछ ऐसा ही है मराठवाड़ा। हर उठता हुआ हाथ मानो पानी की दुआ मांग रहा हो, हर नजर को मानो पानी की चंद बूंदों की दरकार हो।