रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध से गेहूं की कम आपूर्ति ने मध्य प्रदेश के गेहूं की पूछ परख बढ़ा दी है. राज्य के पास 150 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं मौजूद है, जो उसकी 30 लाख टन मीट्रिक टन की जरूरत से 5 गुना है. ऐसे में इस बार सरकारी खरीद 30 फीसद से नीचे है. किसान भी कारोबारियों को गेहूं बेचने में ज्यादा खुश हैं क्योंकि मंडियों में उसे 2,015 रुपये एमएसपी के मुकाबले 2400- 2,500 रुपये प्रति क्विंटल तक का भाव मिल रहा है. इस बारे में बता रहे हैं हमारे सहयोगी अनुराग द्वारी.