मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर हुए उपचुनावों में चुनावी मैदान में उतरे प्रदेश के 12 मंत्रियों में से तीन मंत्री चुनाव हार गए हैं जबकि 9 मंत्री चुनाव जीतने में कामयाब रहे. कुल मिलाकर बीजेपी के खाते में 19 सीटें तो कांग्रेस के खाते में 9 सीटें गईं. सभी मंत्री मार्च में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और विधायक पद से त्यागपत्र देकर बीजेपी में शामिल हुए थे. इनमें अधिकांश बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं. सिंधिया ने इस जीत के बाद कहा कि वह हमेशा से जमीनी कार्यकर्ता रहे हैं और वह किसी पद की उम्मीद नहीं करते हैं.