विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कूटनीति की व्याख्या करते हुए महान महाकाव्यों, महाभारत और रामायण के महत्व पर प्रकाश डाला. अपनी अंग्रेजी पुस्तक "द इंडिया वे: स्ट्रैटेजीज़ फॉर एन अनसर्टेन वर्ल्ड" के विमोचन के लिए पुणे में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, जिसका मराठी में 'भारत मार्ग' के रूप में अनुवाद किया गया है, उन्होंने कहा, "दुनिया के सबसे बड़े राजनयिक भगवान कृष्ण थे और हनुमान... अगर हम हनुमान को देखें, तो वे कूटनीति से परे थे, वे मिशन से आगे बढ़े, सीता से संपर्क किया और लंका में भी आग लगा दी.